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Wednesday, December 19, 2012

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एक परिवार चला सर अपना मकान रख,
ये उसकी ज़ॅमी नही.
एक माँ चली अपनी जनी छोड़,
उसके चुहले मैं धुआँ नही.
एक देश मैं उड़ गये चिथड़े हाड़ मास के,
अपना वतन अपना नही.
एक बाप बैठा हाथ मैं एक हाथ उठाए,
कब पार्क मैं फटा बम्ब पता नही.

मैं अपनी बैठी अपनी बैठक मैं,
सोचती हूँ एक २ बि.एच.के फ्लॅट मैं इस साल इनवेस्ट कर दू,
एक दो एफ.डी कर दू तो थोड़ी सेक्यूरिटी हो जाएगी.
फिर कुछ विचार कर अपना स्टेटस अपडेट कर देती हूँ,
"आइ हेट वाय्लेन्स, वाइ कांट पीपल स्टॉप फाइटिंग"
जब तक पार्लर से वापस आई,
२०-२५ लाइक आ गये.
आज दिन बड़ा अच्छा था.

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